Shortest Test Match: टेस्ट क्रिकेट इंतिहास में पहली बार 107 ओवरों में ही सीमट गया। इसका मुख्य वजह वहां के खराब पिच को दोषी ठहराया गया है। केप टाउन टेस्ट के लिये खराब पिच दोनों टीमों को 2-2 पारियों को खेलने के लिये सिर्फ डेढ़ दिन का ही समय दिया। इस पर पूर्व सलेक्टर सबा करीम ने कहा कि इस तरह की पिचें टेस्ट क्रिकेट के लिये खतरनाक हो सकता है।
भारत की दमदार गेंदबाजी ने जिताया मैंच
India और South Africa के दूसरे टेस्ट में जिस तरह की पिच थी। इस पर कोई भी बल्लेबाज नहीं टिक पा रहा था। भारतीय टीम अपने अटैकिंग गेंदबाजी के दम पर केप टाउन टेस्ट जीता है। इस मैंच में Jasprit Bumrah ने 6 विकेट और मोहम्मद सिराज ने 6 लिये है। इसके साथ ही प्रसिद्ध कृष्णा और Mukesh Kumar ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की है। भारत टेस्ट सिरीज को जीत सकती थी, सिरीज में 02 ही टेस्ट खेले जाने थे, जिसके कारण सिरीज बेनतीजा रहा है।
Shortest Test Match: टेस्ट में किसको मिला फायदा
दलजीत सिंह बीसीसीआई के पूर्व पिच क्यूरेटर ने केपटाउन पीच को सीमर्स के लिये फायदे जनक बताया। भारत के पूर्व क्रिकेटर अतुल वासन ने कहा कि पिच को दोषी ठहराना सही नहीं है। भारत और साउथ अफ्रिका के टेस्ट में बल्लेबाजों ने धैर्य से बल्लेबाजी नहीं की है। केप टाउन का मौसम और पिच पेसर्स के लिये अनुकूल है। हालंकि टेस्ट मैंच जल्द खत्म होना यह उचित नहीं है। युवा बल्लेबाजों को निडर होकर खेलने की जरूरत है। भारत की गेंदबाजी में बहुत ही बेहतरीन गेंदबाजी देखने को मिली है।
अब तक का सबसे छोटा टेस्ट (Shortest Test Match)
India और South Africa के द्वारा दो टेस्ट खेले जाने थे। पहले टेस्ट में South Africa ने 32 रनों से जीता। पहला टेस्ट तीन दिनों तक चला, जबकि दूसरा टेस्ट डेढ़ दिन में ही खत्म हो गया। दूसरे टेस्ट में भारत ने 7 विकेट से जीत दर्ज किया। केप टाउन टेस्ट ओवरों के हिसाब से Shortest Test Match रहा है। यह मैच केवल 107 ओवरों में ही सिमट गया। आपको बता इससे पहले सबसे छोटा टेस्ट खेलने का रिकार्ड South Africa और Australia के बीच रहा है। जो 1932 में 109.2 ओवरों का खेला गया था।
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