CG Narayanpur-दसकों से नक्सलियों के खौंफ से बंद किया था बाजार, पुलिस प्रशासन के पहल ने लाई ग्रामीणों के चेहरे में खुशी

नारायणपुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित अबुझमाड़ क्षेत्र में ग्राम पदमकोट में जनसुविधा एवं सुरक्षा कैम्प स्थापित होने के बाद ग्रामीणों के मांग पर साप्ताहिक बाजार प्रारंभ किया गया। जो महाराष्ट्र राज्य सीमा के समीप स्थित है।
अब ग्रामीणों को उनके जरूरत की सामानें आसानी बाजार से की मिल जायेगी, इसके लिये ग्रामीणों को लंबी यात्रा सफर कर नहीं जाना पड़ेगा और अब तक जो लंबी सफर करना पड़ता था, समय की बरबादी होती थी, अब समय की बचत होगी।

CG Narayanpur-नहीं भटकेंगे दैनिक सामनों के लिये ग्रामीण

पदमकोट में बाजार लगने से क्षेत्र के ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। विकास और नक्सल विरोधी अभियान के मिश्रण से नक्सलियों का प्रभाव क्षेत्र में लगातार घट रहा है। अब माड़ क्षेत्र में हाट-बाजार मड़ई-मेला की परम्परा पुनः प्रारंभ हो रही है। नक्सलवाद का प्रभाव कम होने से क्षेत्र में ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजनाओ/परियोजनाओं का विस्तार हो रहा है।
अबूझमाड़ के ग्राम पदमकोट एवं आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग पर नारायणपुर पुलिस के प्रयासों से सुरक्षा के निगरानी में पदमकोट में दिनांक 09.04.2025 दिन बुधवार से साप्ताहिक बाजार पुनः शुरू हुआ है। अब क्षेत्र के ग्रामीणों को दैनिक उपयोगी सामाग्री के लिए जिला मुख्यालय नारायणपुर या कही अन्यंत्र दूर जाना नहीं पड़ेगा, समय की भी बचत होगी और आसानी से ग्राम पदमकोट के साप्ताहिक बाजार में जरूरत के सभी सामान मिल जायेगी।

CG Narayanpur-अबुझमाड़ के कई बाजार किये गये थे बंद

कई वर्ष पूर्व ग्राम पदमकोट में बाजार लगता था, किन्तु नक्सलियों द्वारा क्षेत्र के ग्रामीणों व व्यापारियों को डरा धमकाकर बाजार बंद किये गये थे, इसी प्रकार गारपा बाजार बंद करवा दिया गया था। जहॉ पर पुनः बाजार लगना प्रारंभ हुआ है। अब आदिवासी परम्परा के अनुसार हाट-बाजार, मड़ई-मेला अबुझमाड़ क्षेत्र में पुनः प्रारंभ हो रही है। अब लोगों के चेहरों में खुशियां देखने मिल रही है। ग्राम पदमकोट में पुलिस जन सुविधा एवं सुरक्षा कैम्प स्थापित होने के पश्चात नारायणपुर जिला प्रशासन एवं नारायणपुर पुलिस के प्रयासों से कुतुल-बेड़माकोटी व पदमकोट-नेलांगूर-कुआकोडी राष्ट्रीय राजमार्ग 130-डी महाराष्ट्र तक जोड़ने वाली प्राचीन सड़क जो नक्सलवाद प्रकोप से कई वर्षों से बंद पड़ी थी, जिसमें रोड निर्माण कराया जा रहा है। क्षेत्र के ग्रामीण अब जिला मुख्यालय नारायणपुर तक बस सुविधा का लाभ ले सकेंगे।
विकास और नक्सल विरोधी अभियान के मिश्रण से नक्सलियों का प्रभाव क्षेत्र में लगातार घट रहा है। ग्रामीणों में विकास की उम्मीद और मांग दोनों बढ़ रही है। बहुत जल्द ही अन्य पहुंचविहीन क्षेत्रों में भी सड़क निर्माण के साथ-साथ विकास की अन्य योजनाओं और परियोजनाओं को तेजी से पहुंचाया जा सकता है।

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