भारतीय टीम में क्रिकेटर्स डेब्यू करने के बाद बहुत अच्छा सक्सेस प्राप्त कर लेते हैं। वही कुछ खिलाड़ी या क्रिकेटर्स खराब प्रदर्शन के चलते भारतीय टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। आज हम ऐसें ही एक क्रिकेटर के बारे में बात करने वाले है।
धोनी की कप्तानी में चमक किस्मत
महेन्द्र सिंह धोनी ने फार्म से जूझ रहे ऐसे खिलाड़ियों को खेलने का मौका दिया है, जिसने किस्मत चमक गये है। आपको महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में कई उदाहरण देखने को मिल जायेगे। उसमें अंबाती रायडू का नाम सबसे ऊपर आता है। महेन्द्र सिंह धोनी ने उन्हें चेन्नई सुपरकिंग में वापसी कर उनका किस्मत चमका दिया। वे चैन्नई सुपर किंग्स के लिये बेहतरीन प्रदर्शन करते रहे है। अब आईपीएल से अंबाती रायुडू ने संन्यास ले लिया है।
हम भारतीय क्रिकेट टीम में ऐसे क्रिकेटर का नाम बताने जा रहे हैं। जिन्होने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाया है। बाद में खराब प्रदर्शन के चलते इंडियन क्रिकेट टीम में अपनी जगह नहीं बना पायें। वर्तमान में विजय हजारे ट्राफी में शतक लगाकर सभी ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
करूण नायर ने लगाया अपना बेहतरीन शतक
बता दें विजय हजारे ट्राफी में हैदराबाद और विदर्भ बीच खेले गये मैंच में करुण नायर ने अपना शानदार शतक लगाया। करुण नायर ने विदर्भ की ओर से खेलते हुए 98 गेंद पर 102 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, जिसमें 8 चौके और 2 छक्के शामिल है। बारिश के कारण इस मैंच को विदर्भ गवां बैठी।
टेस्ट क्रिकेट में शामिल है अनोखा रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट में 2016 में डेब्यू किये करुण नायर ने भारत की ओर से खेलते हुए तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया है। करूण नायर को टेस्ट में खेलने का मौंका नहीं मिला। अपने टेस्ट कैरियर में 374 रन उनके नाम दर्ज है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी बार 2017 में टेस्ट खेलते हुए नजर आए थे। लगातार खराब प्रदर्शन की वजह से भारतीय टीम से बाहर हो गए। गुमनाम की जिंदगी जी रहे करुण नायर ने एक बार फिर विजय हजारे ट्राफी में शतक लगाकर बीसीसीआई की ओर अपना ध्यान खींच लिया है। वे भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए दावेदारी पेश कर सकते हैं।