उत्तरकांशी में दिल दहला देने वाली एक बड़ी खबर आई है। 12 नवम्बर को सिलक्यारा में 4.5 कि.मी. लंबे निमार्णाधीन सुरंग में कार्य करने के पश्चात मजदूरों के वापस बाहर आने के दौरान यह हादसा हुआ है। सुरंग में अचानक मलबा गिरने से सुंरग पुरी तरह से बंद हो गया है। इस सुरंग में 41 मजदूर फंसे हुये है और विगत 11 दिनों से इस सुरंग में 41 मजदूर फंसे हुये है। रेस्क्यू एजेंसी की टीम का कहना है कि गुरूवार यानी 23 नवम्बर तक सफलता पूर्वक मजदूरों को निकाले जाने की आश जताई जा रही है। इस सुरंग में फंसे मजदूरों को सफलतापूर्वक निकालने के लिये रेस्क्यू टीम द्वारा कड़ी मेहनत की जा रही है। सुरंग में फंसे मजदूरों के खाने-पीने की सामग्री एक पाईप के जरिये भेजा रहा है। इस पाईप को रेस्क्यू टीम द्वारा 20 नवम्बर यानि दो दिन पहले ही मलबे के दूसरी तरफ पहुंचाया गया है।
हादसे के 11वें दिन मजदूरों के बचाव राहत के लिये अस्थाई सड़क पूर्णता पर है। ऑगर मशीन से ड्रील करने का कार्य रविवार से जारी है। भूस्खलन का खतरा नहीं होने के कारण शॉर्टकट मशीन से स्प्रे के माध्यम से मजदूरों तक पहुंचने की तैयारी की जा रही है। Chief Minister Puskar Singh Dhami ने मजदूरों के राहत कार्य को लेकर खबर दी है कि केन्द्र एवं राज्य की तमाम एजेंसियां राहत कार्य में जुटी हुई है। मजदूरों को सुरंग से सुरक्षित बाहर निकालने के लिये दोनों तरफ से खुदाई की जा रही है और सुरंग तक पहुंचने के लिये मार्ग तैयार किया जा रहा है।
अब देखना है कि रेस्क्यू टीम कब तक सुरंग में फंसे हुये मजदूरों के बाहर निकाल पायेगी और उन्हें सूरज की रोशनी देखने को मिलेगी। उम्मीद करते हैं कि भूस्खलन नहीं होने पर 23 नवम्बर तक सभी मजदरों को सफलता पूर्वक बाहर निकाल लिया जायेगा।